एक पंडित जब अपने रिश्ते के लिए तस्वीर खिंचवा रहा था - फनी पंडित जोक्स हिन्दी


एक पंडित जब अपने रिश्ते के लिए तस्वीर खिंचवा रहा था - फनी पंडित जोक्स हिन्दी 


एक पंडित जब अपने रिश्ते के लिए तस्वीर खिंचवा रहा था तो,
तो बगल में थोड़ा पीछे खड़ा गधा भी तस्वीर में आ गया,
तब पंडित ने ये लिख कर तस्वीर भेजी, “मैं दाहिनी तरफ खड़ा हूँ।”




आधार कार्ड का ऑफिस बंद था,
कार्ड बनवाने के लिए लम्बी लाइन लगी हुई थी,
एक आदमी बार बार लाइन में आगे जाने की कोशिश कर रहा था,
लोग बार उसे पीछे पकड़ कर खीच देते थे,
उसने 4-5 बार कोशिश की,
फिर हारकर बोला – लगे रहो लाइन में सालो,
आज ऑफिस ही नहीं खोलूँगा




ताऊ मास्टर से – “मेरा छोरा पढाई मै कैसा सै ?”
मास्टर -“चौधरी यू समझ ले
आर्यभट्ट ने जीरो की खोज इसके खातिर ही करी थी ।”




रामू अपनी रेहड़ी पर जलेबियाँ बेचने के लिए जोर-जोर से चिल्ला रहा था,
करेले ले-लो करेले! करेले ले-लो करेले!
ग्राहक – पर ये जलेबी है।
रामु – आराम से बोल, मक्खियाँ आ जाएँगी।




पत्नी हरियाणा पुलिस से-
जी म्हारा घरवाला 5 दिन पेहला गोभी लेन गया था
इब तक कोणी आया
हरियाणा पुलिस- फेर के होया,
कोई और सब्जी बना ले, जरुरी है गोभी बनानी .




संता के घर बेटी पैदा हुई.
उसके दोस्त बंता ने कहा- “भाई, बेटी का बाप होना बड़ी मुश्किल जिम्मेदारी है..
 जब ये बड़ी होगी तो मोहल्ले के लड़के इसे छेड़ेंगे और तुझे बहुत तकलीफ होगी.”
संता – “मेरी बेटी को नहीं छेड़ेंगे..”
बंता – “क्यों ?”
संता – “क्योंकि मैंने अपनी बेटी का नाम ‘दीदी’ रखा है..


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