एक बार एक स्कूल मे आग लग गई। FUNNY TEACHERS JOKES HINDI


एक बार एक स्कूल मे आग लग गई। FUNNY TEACHERS JOKES HINDI

FUNNY TEACHERS JOKES HINDI
 FUNNY TEACHERS JOKES HINDI


एक बार एक स्कूल मे आग लग गई।

स्कूल की छुट्टी हो गई ।

सब बच्चे स्कूल से घर ख़ुशी ख़ुशी जा रहे थे।..

खुश इसलिए की स्कूल मे आग लग गई।

अब स्कूल में नही आना पड़ेगा।

लेक़िन एक बच्चा बड़ा दुखी होकर स्कूल से जा रहा था।

टीचर ने उसको देखा उसे अपने पास बुलाया और पूछा बेटा सब बच्चे तो इतने ख़ुश हँ ।

लेकिन तुम दुखी क्यों हो?

लड़का बोला आग से स्कूल ही तो जला हँ।

मास्टर तो सारे बच गये।

कल पार्क मे बिठाकर पढ़ाने लगेंगे।



छात्र से टीचर ने पूछा बताओ एक साल में कितनी रात्रि होती हे..

छात्र– 10 रात्रि

टीचर — 10 कैसे

छात्र- 9 नवरात्री ओर 1 शिवरात्रि.

टीचर अभी तक कोमा में हे।



टीचर: सच ओर वहम में क्या फ़र्क़ है?

स्टूडेंट: आप जो हमें पढ़ा रही हैं वो सच है, लेकिन हम सब पढ़ रहे हैं ये आपका वहम है..



टीचर : बच्चो, वादा करो कि कभी शराब, सिगरेट नहीं पिओगे।

बच्चे : नहीं पीएंगे।

टीचर : कभी लड़कियों का पीछा नहीं करोगे!

बच्चे : नहीं करेंगे।

टीचर : लड़कियों से दोस्ती नहीं करोगे!

बच्चे : नहीं करेंगे।

टीचर : वतन के लिए जान दे दोगे!

बच्चे : दे देंगे, ऐसी जिन्दगी का करेंगे भी क्या..



टीचर: पृथ्वी के गोल होने का मुझे तीन कारण बताओ |

पप्पू: क्योंकि मेरे पिता जी कहते है,

मेरी माँ कहती है और तीसरा आप कह रहे हो |

हो गया ना तीन कारण |



टीचर: उसने खुद खुशी कर ली, 

उससे खुद खुशी करनी पड़ी, डिफरेन्स बताओ.

स्टूडेंट: पहले वाला पढ़ा लिखा बेरोज़गार था,

दूसरा शादी शुदा था.



टीचर: जिसको सुनाई नहीँ देता उसको क्या कहेँगे ?

शिष्य: कुछ भी कह दो साले को!

कौनसा सुनाई देता है!!



टीचर : 1869 में क्या हुआ ?

सुरेश :- गांधीजी का जन्म!

टीचर :- बिलकुल सही. बैठो निचे ..

टीचर :- पप्पू तु बोल.. 1872 में क्या हुआ…?

पप्पू :- गांधीजी ३ साल के हो गए… मैं भी बैठू क्या?



टीचर:-“क्लास में लड़ाई क्यों नही करनी चाहिए..?”

पप्पू:- “क्योंकि पता नही एग्जाम में कब किसके पीछे

बैठना पड़ जाये..!”



टीचर: तुम्हें पता है हमारे पूर्वज बन्दर थे।

जाट: थारे होंगे, महारे तो चौधरी थे।?



टीचर:  विनोद, एक मुर्गी रोज दो अण्डे दे तो वह सप्ताह मे कितने अंडे देगी?

विनोद: सर, बारह । टीचर: वह कैसे। विनोद: जी, वह रविवार की छुट्टी भी तो मनाएगी न सर ।


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